चंडीगढ़:- जैसा कि आप सभी जानते हैं हरियाणा में हुई बेमौसम की बारिश के कारण किसानों की फसलें बिल्कुल नष्ट हो गई है. खेतों में फिलहाल गेहूं की कटाई का कार्य चल रहा है. लेकिन बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल खेत में लेट गई है. बिन मौसम की इस बरसात ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
किसानों को मिलेगा उचित मुआवजा
हरियाणा में हुई बिन मौसम बरसात, ओलावृष्टि और तेज हवाओं से किसानों की गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. सरकार की तरफ से किसानों को आश्वासन दिया जा रहा है कि उन्हें उनकी नष्ट हुई फसलों के लिए उचित मुआवजा दिया जाएगा. सरकार का कहना है कि वह किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश करेगी तथा मुआवजा देने में बिल्कुल भी देर नहीं की जाएगी.
क्षतिपूर्ति पोर्टल पर मांगा गया है खराब फसलों का ब्यौरा
किसानों की खराब हुई फसलों का ब्यौरा जानने के लिए सरकार की तरफ से क्षतिपूर्ति पोर्टल लांच किया गया है. किसानों की तरफ से क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी खराब फसलों की जानकारी दी जा रही है. हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने एक Tweet में जानकारी देते हुए बताया कि सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर अपने अपने जिले में क्षतिपूर्ति सहायकों को नियुक्त करेंगे.
पूरे प्रदेश में हुई बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और तेज हवाओं से किसान भाईयों की गेहूं की फसल खराब हुई है। किसानों द्वारा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भी खराब फसल का ब्योरा डाला जा रहा है। सरकार ने निर्णय लिया है कि गॉंव स्तर पर ही क्षतिपूर्ति सहायक द्वारा क्षतिपूर्ति आकलन का कार्य पूरा… pic.twitter.com/jKRSb3RqFN
— Manohar Lal (@mlkhattar) April 8, 2023
पटवारी की सहायता से होगी क्षतिपूर्ति सहायकों की भर्ती
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रति 500 एकड़ के लिए एक क्षतिपूर्ति सहायक को नियुक्त किया जाएगा. क्षतिपूर्ति सहायकों की भर्ती पटवारी की सहायता से की जाएगी. मुख्यमंत्री की तरफ से यह भी स्पष्ट किया गया है कि क्षतिपूर्ति सहायकों की भर्ती बिल्कुल पारदर्शी होगी. जिन भी उम्मीदवारों को क्षति पूर्ति सहायकों के रूप में नियुक्त किया जाएगा उन्हें कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान होना अनिवार्य है.
एक क्षति पूर्ति सहायक को दिया जाएगा एक ब्लॉक
क्षतिपूर्ति सहायक के मुख्य कामों में फसल की खराबी जांचना, फसलों के फोटो लेकर ई फसल क्षतिपूर्ति और स्पेशल गिरदावरी पर ऑनलाइन अपलोड करना, फसल के रेट और फसल की जानकारी एकत्रित करना होगा, शामिल होगा. क्षतिपूर्ति सहायक के पदों पर भर्ती होने वाले उम्मीदवारों को 500 एकड़ के ब्लॉक के लिए ₹5000 प्रदान किए जाएंगे तथा इस बात का भी ध्यान रहे कि एक क्षतिपूर्ति सहायक को सिर्फ एक ब्लॉक ही दिया जा सकता है.
किसानों की की जाएगी हर संभव मदद
प्रदेश सरकार का कहना है कि हर क्षतिपूर्ति ब्लॉक में एक क्षतिपूर्ति सहायक नियुक्त होगा जो पटवारी के साथ मिलकर फसल की फोटो, लोकेशन और टाइम स्टांप लगाने का कार्य करेगा. इसके बाद पटवारी की तरफ से सभी अनिवार्य कागजातों के साथ रिपोर्ट बनाई जाएगी तथा उसे प्रशासन के पास भेजा जाएगा. सरकार का कहना है कि सभी किसानों तक हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी.